आइए जानते है डेटा इन्डिपेन्डेन्स क्या हैं? Data Independence in Hindi और यह कैसे काम करता है? डेटाबेस मैनेजमेन्ट सिस्टम (Database Management System) में यूजर के डेटा (User’s Data) के अलावा भी बहुत सारा डेटा (Data) होता है। डेटाबेस मैनेजमेन्ट सिस्टम (DBMS) तीन प्रकार के स्कीमाज (Schemas), जो डेटा (Data) के बदले में डेटा (Data) अथवा मेटा-डेटा (Meta-Data) के बारे में हैं, से बना होता है।
मेटा डेटा (Meta-Data) भी डेटाबेस (Database) के साथ स्टोर (Store) किया जाता है। इसे एक बार स्टोर (Store) करने के उपरान्त इसमें किसी भी प्रकार सुधार करना कठिन होता है। परन्तु जैसे ही डेटाबेस मेनेजमेन्ट सिस्टम (DBMS) विस्तारित होता है, इसे समय के साथ यूजर्स (Users) की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए परिवर्तित होने की आवश्यकता होती है परन्तु यदि समस्त डेटा (Data) अत्यधिक निर्भर (Highly Dependent) होगा, तो ऐसा किया जाना अत्यन्त कठिन और जटिल बन जाएगा।
डेटा के बारे में डेटा (Data about Data) स्वयं ही लेयर्ड आर्किटेक्चर (Layered Architecture) में विभक्त होता है, ताकि जब हम किसी एक लेयर (Layer) पर डेटा (Data) में कोई परिवर्तन करें, तो किसी अन्य लेयर (Layer) पर स्थित डेटा को प्रभावित न करे। यह डेटा (Data) स्वतन्त्र (Independent) है परन्तु एक-दूसरे पर मैप (Map) किया हुआ है।
लॉजिकल डेटा इन्डिपेन्डेन्स (Logical Data Independence) – लॉजिकल डेटा (Logical Data) डेटाबेस (Database) के बारे में डेटा (Data) है अर्थात् यह डेटाबेस (Database) के अन्तर्गत किसी प्रकार डेटा (Data) को मैनेज (Manage) किया जा रहा है, के बारे में सूचना स्टोर (Store) करता है। लॉजिकल डेटा इन्डिपेन्डेन्स (Logical Data Independence) एक प्रकार का मैकेनिज्म (Mechanism) है, जो डिस्क (Disk) पर स्टोर किए गए वास्तविक डेटा (Actual Data) से स्वयं को स्वतन्त्र करता है। यदि हम टेबल फॉरमेट (Table Format) में किसी प्रकार का परिवर्तन करते हैं, तो यह डिस्क (Disk) पर स्थित डेटा में कोई परिवर्तन नहीं करता है।
फिजिकल डेटा इन्डिपेन्डेन्स (Physical Data Independence) — सभी स्कीमाज ( Schemas) लॉजिकल (Logical) हैं और डिस्क (Disk) पर वास्तविक डेटा (Actual Data) को बिट फॉरमेट (Bit Format) में स्टोर (Store) किया जाता है। फिजिकल डेटा इन्डिपेन्डेन्स (Physical Data Independence), स्कीमा (Schema) और लॉजिकल डेटा (Logical Data) को प्रभावित किए बिना फिजिकल डेटा (Physical Data) को परिवर्तित करने की सामर्थ्य है। उदाहरण के लिए, स्टोरेज सिस्टम (Storage System) को बदलने या अपग्रेड (Upgrade) करने के मामले में अर्थात् हार्ड डिस्क (Hard Disk) के स्थान पर सॉलिड स्टेट ड्राइव (Solid-State Drive) का प्रयोग करने में स्कीमा (Schema) और लॉजिकल डेटा (Logical Data) पर कोई प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए।
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